Tuesday 20 August 2024

nadi main car

 नदी में कार


शनिवार, फरवरी 21, 1990 को चार बजे मियादी फ्लोरिडा में सत्रह वर्षीय मार्क स्मिथ अपने एक मित्र की कार को समुद्री दीवार के मुहाने पर मियामी नदी में धोने के लिये ले गया। दाहिने हाथ की पास वाली सीट पर मार्क की सत्रह वर्षीय सुन्दरी मित्र नैन्सी वर्ना बैठी थी। उसने भी मार्क की सहायता करनी चाही परंतु मार्क ने उसका गंदा होना गवारा न किया। ‘ठीक है तो फिर मैं कार में बैठी तुम्हें काम करते हुए देखूँगी,’ नैन्सी ने कहा।

मार्क ने मुस्तांग ;कार का नामद्ध को नदी में 45ø का कोण बनाते हुए खड़ी किया। उसका बांया सामने का पहिया कंक्रीट की बनी दीवार पर टिका था। जिसके दो मीटर नीचे हरहराती मियामी नदी बह रही थी। कार के अन्य पहिये स्काई हारवर मरीना की घास पर टिके थे जिसका स्वामी मार्क का पिता जॉन स्मिथ ही था। मुस्तांग की सफाई करने में मार्क को आधा घंटा लगा। चार बजकर तीस मिनट पर उसने ध्यान दिया कि नैन्सी ने कार की सारी खिड़कियाँ कस कर बंद कर ली है। कुछ मीटर के फासले पर मार्क के पिता अपनी सैर करने वाली नाव ‘पोकाहोन्नास’ पर काम कर रहे थे।

कार में बैठी नैन्सी ने इगनीशन की को एक्सेसरी की ओर घुमा दिया था जिससे वह रेडियो सुन सके परंतु गलती से वह इगनीशन  की ही ओर घुमा गई। 

मार्क ने देखा मुस्तांग धीरे-धीरे आगे खिकने लगी। लो गेयर में पड़ी गाड़ी का स्टार्टर शोर करने लगा। मार्क ने जल्दी से बांया दरवाजा खोला और ब्रेक की ओर पैर ले जाने की पूरी कोशिश की। गाड़ी किनारे की ओर उतरने लगी। ‘पोकाहोन्नास’ पर खड़े मार्क के पिता ने देखा कि गाड़ी के पिछले पहियों ने जमीन छोड़ दी है। कुछ क्षण के लिये वह स्थिर हुई। स्तब्ध, उसने देखा उसका पुत्र कार के साथ आधा बाहर आधा भीतर घिसटता हुआ उसे पीछे घसीटने की कोशिश में लगा है। तब जैसे ही गाड़ी की नाक नीचे की ओर झुकी एक नदी की उछलती धारा ने मार्क को बाहर ही छोड़कर दरवाजा बंद कर दिया।

पीछे फेंके हुए मार्क ने गाड़ी पर घातक शिकारी की भांति हमला किया।  वह पहले गाड़ी के ऊपर छत पर चढ़  गया जिससे वह नैन्सी की तरफ वाला द्वारा खोल सके। आगे की सीट के पास पहुँचकर वह नैन्सी से चिल्लाया बाहर आजाओ। बाहर निकलो। कार तब तक पूरी तरह से मुड़ चुकी थी और धीरे-धीरे नदी की ओर खिसक रही थी जैसे ही कार ने पानी की सतह छूई मार्क के दाहिने पैर को कुचलते हुए पानी के दबाब ने दरवाजा कस कर बंद कर दिया। उछलती नदी बाहर लटके हुए मार्क को अपनी ओर खीचने को आतुर थी। 

करीब चार बजकर बत्तीस मिनट का समय था जब कि मार्क पिता तेजी से बंगले कीओर भाग रहा था। झपटकर उसने फोन डायल किया और सहायता की प्रार्थना की।

कुछ ही क्षणों में मियामी के दो फायर स्टेशनों पर खतरे की घंटी बज उठी। सोलह नम्बर की लॉरी फायर मैनों के साथ रवाना हो गई। नॉरटन नामक फायर मैन सोच रहा था आज कोई न केाई अवश्य मरेगा।

पानी के अन्दर मार्क का दम घुट रहा फिर भी उसने पूरी कोशिश की वह किसी तरह से दरवाजे में से पैर निकालने में सफल हो गया। सतह पर आकर वह चीखा नैन्सी वहाँ नीचे है निकालने में कोई सहायता करो। सांस भरकर वह फिर कार ढूँढ़ने के लिए डुबकी लगा गया। तेजी से वह सतह पर आया उसके फेफड़े फूल गये थे और पत्ते की तरह वह कांप रहा था।

किनारे पर खड़े लोगों में से डेविड हार्ले नामक नाविक ने कमर मेें रस्सा बांधा और नदी में कूद गया। पानी के गाढ़ांघकार में चार पंाच फीट नीचे कार अदृश्य पड़ी थी। डेविड ने महसूस किया कि उसका एक दरवाजा ऊपर की तरफ है उसने खोलने की कोशिश की परंतु असफल रहा तो दरवाजे के हैन्डिल में कस कर रस्सी बांध कर ऊपर आ गया। मार्क नदी में दुबारा कूदने की तैयारी में था परन्तु उसकी शोकातुरता और थकान देखते हुए मित्रों ने उसे पीछे खींच लिया। तभी मार्क ने देखा फायर मैन और पोलिस मौके पर आ पहुँची है।

फायर मैन बाब लेन, कमीज ओर पैन्ट के साथ ही कूद पड़ा साथ ही साथ फायर मैन डॉन ग्रीन भी । लेन रस्सी के साथ ही उतरा। उसने पाया कार में लॉक लगा है। खुलना मुश्किल था। डॉन ग्रीन ने  भी देखा दरवाजा कस कर बंद है। उसने महसूस किया जो दरवाजा ऊपर है संभवतः ड्रायवर वाला द्वार है। गाड़ी दाहिने तरफ की करवट से पड़ी हुई थी।

साम गिविन्स और पॉल डेमन ने भी पानी में उतर कर कोशिश की परंतु द्वार नही खुला।

वास्तव में जब कार दीवार पार कर रही थी तब नैन्सी यह समझ ही नहीं पाई थी कि यह हो क्या रहा है। उसे होश तो 


तब आया जब लहरें विन्डस्क्रीन पर फैल गई। अपने रैडक्रोसे लाइफ सेविंग कोर्स के दौरान उसने सीखा था किऐसे खतरे में किन्हीं किन्ही गाड़ियों मेें हल्के बबूले छिपे रह जाते हैं। चारों ओर अंधकार छा गया था पानी धीरे धीरे उसके पैरों से कमर तक फिर छाती तक चढ़ गया जब पानी उसके सिर तक आ गया तो वह समझ गई उसकी जिन्दगी अब कुछ ही क्षणों की रह गई है।

उसने कार के पिछले हिस्से में तैरने की कोशिश की उसने पाया सिरहाने ने उसका रास्ता रोक दिया है। सांस को रोके हुए उसने रास्ता बनाया और एक साफ स्थान पर आकर गहरी सांस ली। अब वह कार की पिछली सीट पर थी कुछ राहत उसे मिली क्योंकि उसे मालुम था कि छुपे बबुले उसे मिल जायेंगे।

ऐसी दशा में फंसे हुए व्यक्ति भयानक हो उठते हैं। वे कार पर तेजी से वार करते हैं इस प्रकार अपनी शक्ति शीघ्र ही क्षीण कर लेते हैं हवा जल्दी समाप्त हो जाती है। नैन्सी शान्त रही उसने प्लान बनाना शुरू किया। उन लोगों को मालुम हो जाना चाहिये कि मैं जीवित हूॅं। नहीं तो वे मुझे मरा जान ऐसे ही छोड़ देंगे।

उसने पीछे के शीशे को थपथपाना शुरू किया कुछ क्षण बाद वह चुपचाप ऊपर की ओर देखने लगी। कुछ काला काला नजर आया। शायद मिट्टी के बादल है। उसने सोचा एक क्षण के लिये उन बादलों ने आकृति ग्रहण की उसने देखा दो गहरे रंग के पैर देखे। मार्क आ गया। तेजी से उसने शीश थपथपाया। परंतु कुछ ही क्षणों में वे टांगे गायब हो गई। मार्क को कार नही मिल पाई थी। 

संास लेना मुश्किल हा ेगया था। शायद गाड़ी को पानी में आये पांच मिनट हो चुके थे। हवा के बबूले किनारों से निकल निकल कर समाप्त हो गये थे। उसने पाया कार बुरी तरह से हिली और पानी तेजी से अन्दर आना शुरू हो गया। डरी हुई नेन्सी ने अपना मुँह इधर उधर हवा लेने के लिए घुमाया परन्तु पानी उसकी ठोड़ी से ऊपर था और दूसरे ही क्षण  उसके आगे अधंकार छा गया।

नैन्सी को पानी में अन्दर आये करीब दस मिनट हो चुके थे। उसे नही मालुम था कि उस समय लॉरी नारटन अन्दर आने की कोशिश मेें था।अपनी पहली डुबकी के दौरान नॉरटन ने भी दूसरों की भांति ड्रायवर वाले दरवाजे ही केा खोलने की कोशिश की। परंतु उसने कुछ भिन्नता पाई जबकि औरों ने बताया था कि वे दरवाजे पर खड़े हुए थे वह दरवाजे से लगा तैर रहा था । शायद कार थपेड़े से पलट गई थी।

पहली डुबकी में वह साठ सैकिन्ड तक अपनी सांस रोके रख सका। पर हर डुबकी के साथ वह कम हो रही थी। चौथी बार में उसने खिड़की को प्रयुत्तर की आशा से थपथपाया परंतु कुछ न सुनाई पड़ा जो भी अन्दर हैं वह समाप्त हो चुका है उसने सोचा। 

अपनी अगली डुबकी में वह कार नहीं पा सका और पन्द्रह सैकिन्ड बाद ऊपर आ  गया। इससे पहले उसे नही ज्ञात था कि पानी और मिट्टी किस हद तक भ्रम उत्पन्न कर सकते हैं। वह समझ गया कि बस अब पन्द्रह सैकिन्ड की एक बार डुबकी और लगा सकेगा। आठवी बार वह पानी में गया और ड्रायवर के दरवाजे तक पहुँच गया।

आठ सैकिन्ड बीत चुके थे। बौनट पर से तैरता व यात्री वाली तरफ गया। अगर एक भी पानी का तेज झोंका आया और गाड़ी पलटी तो उसे कुचल कर रख देगी। सावधानी से उसने द्वारा टटोला करीब दो हाथ खुला हुआ था। उसने आधा मीटर और खोला। मिट्टी में खड़े उसने हाथ से अन्दर टटोला पर कुछ नजर न आया।

तेरह सेकिन्ड बीत गये, उसे दुबारा हवा की सख्त आवश्यकता महसूस हुई। परंतु क्या वह लड़की को इतने करीब पाकर छोड़ दें?

एक बार नॉरटन ने तीन बच्चों की एक तालाब में डूबने से बचाया था। तब उसने जाना था कि खतरे में चरमोवस्था के समय व्यक्ति उस सांस का जीवन दुगना कर सकता है। उसने अपनी छाती की धमनियों से काम लेना शुरू किया जिससे कि अब तक की छुपी सारी हवा को निचोड़ सके। यह काम कर गया और वह अपने आपको कार में अन्दर घुसेड़ने में सफल हो गया दूसरे ही क्षण उसके हाथों ने किसी चीज को स्पर्श किय एक छोटा सा सैन्डिल पहने हुए पांव। बीस सेकिन्ड बीत गये।

थकान से लड़ता हुआ, नॉरटन भयानक तेजी से काम कर रहा था। उसने लड़की को आगे की सीट पर खींच लिया ओर उसकी पतली कमर के चारों ओर हाथ से घेरा बना दिया। एकाएक उसे लगा वह समाप्त हो रहा है। वह हिचकिचाया तभी उसे लगा एक हाथ धीरे धीरे स्वयं ही उसके दाहिने हाथ को लपेट सा रहा है। जीवन के छोटे से इस क्षण ने बिजली की तेजी से उसमें जीवन संचार किया। वह उसे गाड़ी  में से निकालने की कोशिश में लग गया उसने द्वार की कठोर स्टील पर अपना पैर जमाया और झटके से उसे बाहर निकाला कुछ ही क्षणों बाद नैन्सी ऊपर सतह पर थी उसके बाद निकला नॉरटन 


। लड़की का चेहरा काला पड़ चुका था आंखें बंद थी। क्या वह देर से पहुँचा? उसी क्षण लड़की ने अपना सिर हवा के लिये इधर उधर घुमाया और चिल्लाई ,‘मुझे बचाओ’

नैन्सी वर्न्स को अपना गाड़ी से खींचा जाना नहीं ज्ञात था बस चिल्लाना और मरीना के लान पर खींचा जाना मालुम था। फायरमैन समझ गया कुछ क्षण भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने लड़की को खींचा और उल्टा लिटाकर इकलौती बूंद बाहर निकाली। बेहोशी की हालत में भी उसने समर्पण नही किया और पानी अपने अन्दर नही जाने दिया था।

नैन्सी को जब होश आया तो वह गरम और हरी घास की खुशबू के बीच थी। वह धीमे धीमे सांस ले रही थी उसने मार्क की चिंतातुर आवाज सुनी उसकी आंखे नहीं खुलेगी वह समझ गई कि वह सकुशल है ,‘मैं डरती हूँ अगर मैने अब आंखे खोली तो फिर अथाह पानी होगा।’ कुछ देर बाद वह ऐम्बुलेंस में थी और उसे आक्सीजन चढ़ रहा था। एक फायरमैन का हाथ धीरे धीरे उसकी पलकों पर फिर रहा था। पन्द्रह मिनट तक जीवन से संघर्ष करने के बाद खुशहाल जिन्दगी फिर उसके सामने थी।  


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