Sunday, 28 July 2024

ek balidan ye bhi sahas katha

 एक बलिदान यह भी

उत्तरी आस्ट्रेलिया में रे बांउड्री डेनिस मर्फी और लिंडा तीनों शांत समुद्र के किनारे चहलकदमी कर रहे थे। आसमान पर हल्के बादल छाने लगे थे। ऐसे समय में मछलियां समुद्र की सतह पर आ जाती हैं। तीनों मित्र मछुआरे थे और ंिझंगा पकड़ते थे। लिंडा उन्हें पकाती। बाकी बची मछलियों को वह बाजार में बेच कर अन्य आवश्यक वस्तुऐं खरीदते थे। तीनों ने बराबर बराबर पूँजी लगाकर मछलीमार नौका खरीदी थी। खेल खेल में चुटकी बजाते उन्हें यह काम करने में बड़ा आनन्द आता था। 

निश्चय किया गया कि इस समय बहुत सी मछलियां पकड़ी जा सकती है। नौका को समुद्र की विशाल छाती पर तैरते तीनों चल दिये। एकाएक तेज हवा का एक झोंका आया। अभी वह कुछ समझ पाते। तब तक ऊँची तंरग ने उनकी नाव तोड़कर डूबो दी। हतप्रभ से वे तीनों समुद्र में थे। कई गोते खाने के बाद जब रे बांउड्री ने चारों ओर देखा तो उसे दूर पर गोते खाते डेनिस और लिंडा हार्टन दिखाई दिए। डेनिस भी इधर उधर देख रहा था। उनकी नौका का बहता हुआ पालिस्टइरीन फोम का एक बड़ा टुकड़ा और एक लाइफबेल्ट उनके हाथ लगी। लिंडा को लाइफबेल्ट पहनाकर दोनों ने उसे उस टुकड़े पर बिठा दिया। पहले चारों ओर कुछ आधार देखा। कुछ नजर न आया तों उस टुकड़े के दो किनारे पकड़कर समुद्र के साथ बहने लगे और कुछ घंटे ऐसे ही बहते रहे। समुद्र अब शांत था जैसे कुछ हुआ ही न हो। 

लेकिन समुद्र का किनारा कहीं नजर नहीं आ रहा था न कोई नौका न कोई जहाज। एकाएक जो चीज उन्हें नजर आई वह थी डेढ़ मीटर लंबी शार्क। एक सिहरन भय की लकीर ऊपर से नीचे तक तैर गई। उन्होनें तेजी से हाथ पैर मारने शुरू किये। तीनों निस्सहाय करीब आती मौत को देख रहे थे। शार्क ने खूखांर दृष्टि से अपने निहत्थे शिकारों को देखा। उसने आनन्द की किलोल करते दो चार गोते लगाये। लजीज गोश्त उसके सामने था। वह भी भरपेट मात्रा में। कुछ देर तक उन्हें जीवन मौत केबीच झकोरे लेते छोड़ उसने एक झपट्ठा मारा। डेनिस का पांव जैसे किसी तेज चाकू से बिंध गया और फिर झटके से शार्क ने उसका पाँव उखाड़ लिया। पूरा पाँव मुँह में दबाकर समुद्र में खो गई। चारों ओर लाल रक्त का एक तालाब सा बन गया। उनके आगे बढ़ने के साथ रक्त की धारा बढ़ती जा रही थी। एक पाँव इस तरह शरीर से नोच लिया जाए तो कैसी दारूण स्थिति होगी। बेहताशा खून निकल रहा था। और समुद्र मे घुलता रहा था। तीनों जानते थे कि शार्क तुरन्त वापस आयेगी, एक भय उनके दिल मे समाता जा रहा था कि समुद्र में घुलता यह ताजा लहू अन्य रक्त पिपासुओं को भी बुला लायेगा। 

डेनिस अभी होश में था। रक्त की धार ने उसे उद्वेलित किया। दूर पर शार्क फिर दिखाई देने लगी थी। वह बोला,‘ मै तो अब गया ही भाई। इतना रक्त बहाकर किनारे तक जीवित पहुँचना मुश्किल ही है। मुश्किल क्या असम्भव ही है। इसीलिए मै दूर जाकर उसे  उधर ही रोकने की कोशिश करता हँू। तुम लोग बहते हुए निकल जाओ। लिंडा चीख उठी नही नहीं । रे बाउड्री कराह कर बोला,‘ नही ऐसा कैसे हो सकता है।’ लेकिन फोम के टुकड़े को छोड़कर डेनिस ने समुद्र में डुबकी लगा ली। उसके बाद फिर उसे दोनों मंे से किसी ने नही देखा। 

दो घंटे बाद शार्क फिर आई। लिंडा और रे की साँस फिर अटक गई। उसने दो तीन चक्कर लगाये। फिर ऊपर उसकी भयानक शक्ल दिखाई दी। इसके बाद हवा मंे लहराया उसका शरीर । उसने एक तेज छलांग लगाई। समुद्र की सतह से ऊपर आई और सीधी गिरी फोम के टुकड़े पर। उसने छाती के पास से लिंडा को दबोचा और खींचती हुई पानी में उतर गई। कुछ देर तक लिंडा की चीखें सुनाई दी। रे बाउडी ने कस कर अपनी आँख मीच ली क्योकि पास ही जोर जोर से पानी में उथल पुथल हो रही थी। कभी शार्क का शरीर चमकता कभी शार्क के मुँह में दबी लिंडा का । सम्भवतः पानी में पहुँचकर उसने लिंडा को किसी प्लास्टिक की गुड़िया की तरह झकझोरना और पटकना शुरू किया और अंततः उसे लाइफबेल्ट से बाहर निकाल दिया। 

एक बार साहस कर रे ने फिर आँखें खोली और उधर नजर डाली। उसकी नजर पड़ी लिंडा का लाइफबेल्ट उतर चुका था और शार्क उसे मुँह में दबाये तेजी से भागती जा रही थी। रे ने हताश हो एक बारगी फोम के टुकड़े पर सिर दे मारा। अब उसकी बारी थी। वह अपने जीवन से भी निराश हो गया था। 

पाँच घंटे तक वह लगातार बहता रहा। बार बार इधर उधर देखता कि अब शार्क आई अब शार्क आई। लेकिन अब दिखाई  दिया एक जहाज। जहाज पर डेक पर खड़े व्यक्तियों ने उसे उठाया तो वह फफक उठा डेनिस ने उसके लिए अपना बलिदान दिया है। उसकी आत्मा की सुन्दरता ने उसे जीवन दिया है। 

एक आत्म विश्वास से भरकर रे ने कहा मै फिर मछली मार नौका खरीदूँगा। फिर समुद्र की छाती रोदूँगा। नहीं करूँगा तो मेरे दोस्तों की आत्मा मुझे बेवफा मानेगी।


No comments:

Post a Comment

आपका कमेंट मुझे और लिखने के लिए प्रेरित करता है

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...